World Malaria Day in Hindi: मच्छरों से फैलने वाला रोग मलेरिया जो बहुत ही घातक बीमारी है। इस बीमारी की वजह से विश्व में हर साल लाखों लोगों की डेथ हो जाती है। इस बीमारी से बचने और लोगो को जागरूक करने के लिए हर वर्ष (World Malaria Day) विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल को मनाया जाता है। विश्व मलेरिया दिवस को पहली बार 25 अप्रैल, 2008 को मनाया गया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन अनुसार इस दिन को मानने का मकसद मलेरिया के प्रीति लोगो को जागरूक करने और मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम चलाने से इस बीमारी से बचा जा सकता है। जिससे लोगों की जान बच सकती है। आज हम विश्व मलेरिया दिवस (World Malaria Day) से संबंधित कुछ रोचक बातों के बारे में जानेंगे।
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World Malaria Day | मलेरिया दिवस का इतिहास
विश्व स्वास्थ्य सभा के 60वे सत्र के दौरान मई 2007 में विश्व मलेरिया दिवस की स्थापना में की गई। पहले हर साल 25 अप्रैल को अफ़्रीकी देशों में अफ्रीका मलेरिया दिवस मनाया जाता था। जिसकी शुरुआत के शुरुआत 2001 में हुई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्णय लेने वाले निकाय की स्थापना मई 2007 में विश्व स्वास्थ्य संगठन के 60 वें सत्र में की गई थी। इसका उद्देश्य मलेरिया रोग के बारे में जागरूकता पैदा करना था। जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के 8 सरकारी वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों में से एक है। इसके बाद हर वर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
मलेरिया दिवस के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें
पहले विश्व मलेरिया दिवस पर, मलेरिया को रोकने के लिए और लोगों को बीमारी के प्रति जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए, मलेरिया को रोकने के लिए एक पहल की गई थी।
पहले इस दिन को सिर्फ अफ़्रीकी देशों में अफ़्रीका मलेरिया दिवस के तौर पर मनाया जाता था। लेकिन दुनिया के बाक़ी देशों में इस बीमारी को फैलता देख WHO द्वारा इसे वैश्विक आयोजन का रूप दिया गया जिससे विश्व स्तर पर लोगों को जागरूक किया सके।
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युनिसेफ के अनुसार मलेरिया के बारे में कहना था के अफ़्रीकी देशों सहित कुछ देशों में मच्छरों से होने वाली बीमारी के कारण मृत्यु को रोकने के लिए और उपाय करने होंगे। इसके अलावा, ग्रामीण और गरीब लोगों के साथ ऐसे क्षेत्रों तक अधिक पहुंच बढ़ानी होगी, जहां मलेरिया एक बड़ा खतरा बन गया है। यूनिसेफ के अनुसार, मलेरिया को आसानी से हराया जा सकता है, केवल दुनिया को मलेरिया के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर साल मलेरिया के कारण विश्व में हो रही मौतों के कारण मलेरिया एक वैश्विक जन-स्वास्थ्य समस्या बन गयी है। जिससे बचने के लिए लोगों को जागरूक करना पड़ेगा इसलिए हर वर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में मनाया जाता है।
विश्व मलेरिया दिवस की थीम्स :-
जैसा की आप जानते हैं हर बार एक स्पेशल दिवस पर किसी थीम को जोड़ा जाता है। जिससे उस विषय पर चर्चा की जा सकें। इस बार जिस थीम को जोड़ा गया है, वो “Accelerating the fight against malaria for a more equitable world” है
विश्व मलेरिया दिवस 2024 थीम का मतलब है: “अधिक समतापूर्ण विश्व के लिए मलेरिया के विरुद्ध लड़ाई में तेजी लाना”
मलेरिया क्या है?
यह बीमारी प्रोटोजोआ प्लास्मोडियम नामक मादा एनोपोलिस मच्छर से फैलती है। जो पहली बार फ्रांसीसी सैन्य चिकित्सक चार्ल्स लुईस अल्फोंस लीवरन द्वारा खोजा गया था, जिन्होंने लाल रक्त कोशिका के अंदर परजीवी प्रोटोजोआ प्लास्मोडियम की खोज करने के बाद बताया मलेरिया बीमारी का मुख्य कारण प्रोटोजोआ परजीवी है। इसके लिए सैन्य चिकित्सक चार्ल्स लुईस अल्फोंस लीवरन को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
मलेरिया का परजीवी लाल रक्त के कणिकाओं (आरबीसी) को प्रभावित करता है जिसके कारण शरीर में रक्त की कमी होती है और रोगी को कमज़ोर हो जाता है।अगर जल्दी ही उसका उपचार न की जाये तो यह यकृत को भी प्रभावित कर सकता है। जिसके कारण रोगी पीलिया रोग से भी ग्रस्त हो सकता है। अगर रोगी सही समय पर सही उपचार नहीं मिलता है। सही उपचार न मिलने के कारण रोगी की मौत जाती है।
World Malaria Day | मलेरिया रोग के लक्षण –
- इसके संक्रमण में 7 से 40 दिन तक का समय लग सकता है।
- मलेरिया रोग के शुरू में सर्दी, जुकाम या पेट खराब होने जैसे लक्षण देखे जाते हैं।
- बाद में सिर व पुरे में शरीर और जोड़ों में दर्द, ठंड के साथ बुखार आना, उल्टी या पतले दस्त आना।
- बुखार का अचानक 3-4 घंटे तक बढ़ना और अचानक कम होना। ये मलेरिया रोग का सबसे खतरनाक लक्षण है।
मलेरिया संक्रमण से बचने के लिए कुछ सावधानियाँ :
दोस्तों जैसे जैसे मौसम का बदलना होता है तब मच्छरों का प्रकोप बढ़ता है। इसलिए बदलते मौसम में मलेरिया से बचने के लिए कुछ जरूरी बातें हैं। जिनके फॉलो करके आप इस रोग के संक्रमण से बच सकते हैं।
- यदि आपको लगता है कि बहुत मच्छर है, तो यथासंभव पूरे कपड़ों को पहनने का प्रयास करें।
- अगर आपके आसपास गन्दा पानी जमा है तब उसमे दवाई का छिड़काव करें या पानी में आयल डाल दें।
- अपने घर या आस पास पानी को जमा न होने दें।
- ऐसे क्षेत्रों में जाने से बचें जहाँ अधिक मच्छर हों लोग किसी भी कीमत पर ऐसे स्थानों से बचें।
- अगर आप हवा के लिए कूलर का यूज़ कर रहे हैं,
- तब आप उसकी नियमित रूप से सफाई और पानी को चेंज करें।
- मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी लगाएं।
- बंद कमरे में mosquito coil न लगाएं।
- ऐसे समय पर बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
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